किसान आंदोलन में 2 किसानों की मौत, देखें मौत कैसे हुआ

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रेवाड़ी/बहादुरगढ़। 2 farmers killed: हरियाणा के टिकरी बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन के बीच 2 और किसानों की मौत हुई है। दोनों ही किसान आंदोलन स्थल पर अलग-अलग जगह मृत पाए गए। मौत के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। पुलिस ने दोनों के शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिए हैं। हालांकि हार्ट अटैक से मौत की संभावना जताई जा रही है। शनिवार को हुई मौतों के बाद पिछले 3 दिन में 8 किसानों की मौत हो चुकी है।

शुक्रवार की रात करीब 12.30 बजे फिरोजपुर जिले के गांव काबर बच्चा निवासी 57 साल के जगतार सिंह का शव नजफगढ़ फ्लाईओवर के पास मिला। वहीं, टिकरी बॉर्डर पर ही किसान चौक के पास जींद जिले के 60 साल के शाहपुर कंडेला निवासी करण सिंह की भी मौत हो गई। वे करण सिंह सुबह 6 बजे दूध लेकर वापस अपने टेंट में पहुंचे थे। उसके बाद वे बेहोश मिले थे, उन्हें डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

11 महीने से चल रहे किसान आंदोलन में अब तक कई लोग अपनी जान गवां चुके है। पिछले तीन दिन में ही इस आंदोलन में 8 लोगों की मौत हो चुकी है। 3 दिन पहले, 28 अक्टूबर की सुबह टीकरी बॉर्डर पर एक डंपर ने पंजाब के मानसा की रहने वाली 5 महिलाओं को रौंद दिया था, जिसमें 3 महिलाओं की मौत हो गई थी।

सर्दी शुरू होने के बाद आंदोलन में बैठे कई बुजुर्गों की तबीयत खराब होने लगी है। 28 अक्टूबर की रात ही आंदोलन स्थल पर बैठे पंजाब के बंठिडा निवासी 55 वर्षीय धर्म सिंह व रिपन सिंह नामक किसानों की मौत हो गई। इन दोनों की मौत की वजह हार्ट अटैक बताई गई। इधर, सिंघु बॉर्डर पर भी 29 अक्टूबर को 95 वर्षीय निहंग सोहन सिंह की बीमारी की वजह से मौत हो गई थी।